Exam Preparation Tips: कम समय में परीक्षा की अच्छी तैयारी

एग्जाम नजदीक समय कम और स्टडीज़ ज्यादा अब भले ही आपने साल भर जम के पढ़ाई की हो या ना की हो, दोनों ही कंडिशन में इस बात की टेंशन हर स्टूडेंट को रहती है की अब इन चंद हफ्तों में एग्जाम की तैयारी कैसे करें। क्या पढ़े कितना पढ़े एग्जाम में ना जाने क्या क्वेश्चन्स कहाँ से आएँगे कैसे कुछ ही हफ्तों में पूरे साल की स्टडी को रिवाइज़ करके अपना बेस्ट दे। पैसे ही अनेकों प्रश्न एग्ज़ैम के दिनों में हर स्टूडेंट के ब्रेन में घूमते रहते हैं और जरूरत से ज्यादा ब्रेन में घूमते ये विचार स्ट्रेस और एनजीटी का कारण बन जाते हैं।



आचार्य चाणक्य का कहना था कि ना पास्ट के बारे में ज्यादा सोचना चाहिए और ना ही भविष्य से डरना चाहिये। बुद्धिमान लोग पास्ट से सीखते हैं और अपनी पूरी एनर्जी 100% फोकस के साथ वर्तमान में लगा देते हैं। अर्थात साल भर आपने क्या किया, क्या नहीं किया या आने वाले एग्ज़ैम कैसे जाएंगे? इन व्यर्थ के विचारों और चिंता को छोड़कर खुद को पूरी तरह से एग्ज़ैम की तैयारी में झोंक दो। स्टूडेंटस के लिए एग्ज़ैम एक बड़ी चुनौती या फिर किसी युद्ध से कम नहीं होते।

और यदि एग्ज़ैम को एक युद्ध की तरह मान लिया जाए तो युद्ध में डर और तनाव केवल हार दिला सकता है, सफलता नहीं। युद्ध में सफलता के लिए जरूरत होती है एक सही रणनीति की एक स्ट्रैटिजी की यानी की एक बेस्ट स्टडी प्लैन फॉर के एग्जाम्स और आज इस वीडियो में आपको मिलेंगी कुछ ऐसे ही टिप्स की आपने पूरा साल जो भी स्टडी की है, जितनी भी मेहनत की है उसे आने वाले चार से छे हफ्तों में आपको किस तरह से प्लैन आउट करते हुए अपने मैक्सिमम सिलेबल्स को कवर करना है ताकि आप इस युद्ध में यानी की इन एग्जाम्स में बिना किसी स्ट्रेस के अपना बेस्ट दे सकें तो बिना एक भी लाइन को मिस किये इस वीडियो को बड़े ध्यान से एंड तक जरूर देखना, क्योंकि इस वीडियो को देखने में आपके जो छह से सात मिनिट लगने वाले हैं।

यह चंद मिनटों का समय आपको एग्ज़ैम की डेली स्ट्रेस से छुटकारा दिलवाएगा और यकीन मानिये इस वीडियो में बताए टिप्स यदि आप अपने एग्जाम की तैयारी में आजमाएंगे तो बिना स्ट्रेस के एग्ज़ैम में अपना बेस्ट दे कराएंगे। दोस्तों सबसे पहली और सबसे जरूरी बात फोकस और रिटेनशन ये दोनों वो दुश्मन है जो ब्रेन में एक साथ नहीं रह सकते। हर दिन एग्ज़ैम की टेंशन ले कर घूमोगे तो आपका ये सबसे वैल्यूएबल टाइम भी बेकार चला जाएगा।

अब समय जितना भी बचा है दो, चार या फिर छे हफ़्ते खुद को पूरी तरह से पढ़ाई में झोंक दो। क्योंकि बहुत से स्टूडेंट तो एग्ज़ैम के ही आखिरी दिनों में पूरे फोकस के साथ पढ़कर भी कमाल कर जाते हैं। अब कैलन्डर उठा और युद्ध का दिन करो और काउंट करो की आपके पास कितने दिन बचे हैं और इन दिनों को अपने सब्जेक्ट में ऐसे डिवाइड करो कि जो भी मुश्किल सब्जेक्ट है उनके रिविजन के लिए उन सब्जेक्ट्स को कुछ एक्स्ट्रा समय अलॉट करो और जो ईज़ी सब्जेक्ट से उन्हें थोड़ा कम समय अलॉट करो और हर सब्जेक्ट के लिए जो भी डेडलाइन डिसाइड करो, उसे सीरियसली उस समय सीमा में पूरा करने की कोशिश करो।

समय बहुत ही लिमिटेड है, इसीलिए आलस प्रो। कास्टी नेशन के जाल में बिना फंसे लास्ट मिनट के लिए कुछ भी वेन डिड मत छोड़ो दोस्तों। युद्ध में ऐसे हथियारों की जरूरत होती है जिनका वजन कम हो और असर ज्यादा और आपके उस हथियार का नाम है ए टी 20 रूल जिसे पैरेट और प्रिन्सिपल भी कहा जाता है। जिसका मतलब है की कम एफर्ट्स में ज्यादा अचीव कैसे करें। जिसके अकॉर्डिंग एग्ज़ैम में 80% क्वेश्चन्स 20% सिलेबल्स में से आते हैं और 20% क्वेश्चन्स 80% सिलेबल्स में से और इस हथियार को चलाने के लिए आपको जरूरत पड़ेगी उन 20% स्कोरिंग चैपटर और क्वेश्चन्स को सिलैक्ट करने की और उसके लिए बेस्ट ऑप्शन है क्वेश्चन बैंक या फिर प्रीवियस फाइर के क्वेस्चन पेपर्स जिसे सॉल्व करते हुए एक तो अच्छे से आपका रिविजन हो जाता है और दूसरा आप उस 20% सिलेबल्स को भी पहचान लेते हैं जो एग्ज़ैम पॉइंट ऑफ क्यूँ से सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है।

लेकिन ए टी 20 रूल्स है। स्टडी करने का ये मतलब बिलकुल भी नहीं है कि आपको केवल 20% इम्पोर्टेन्ट स्टडी पोर्शन को ही कवर करना है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य आपके स्टडी सिक्वेन्स को बस थोड़ा सा करेक्ट करना है। यानी की आपको अपने सिलेबल्स के उस पोर्शन को पहले कवर करना है जिसमें कम समय में 70-80 परसेंट मार्क्स सिक्योर हो जाए और उसके बाद आपको बाकी के पोर्शन को कवर करने की कोशिश करनी है। इस स्टडी सिक्वेन्स से आपका स्ट्रेस लेवल कम होगा, सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और एग्ज़ाम के दौरान अब जरुरी पॉइंट्स भी नहीं भूलेंगे।

दोस्तों अगली बार जो आपको ध्यान में रखनी है वो है एग्ज़ैम के दिनों में एक अच्छी नींद यानी कम से कम 7 घंटे की नींद। बहुत से स्टूडेंट एग्जाम के दिनों में अचानक अपना डेली रूटीन बदल लेते हैं। जैसे वे 15-18 घंटे स्टडी करके पूरे साल की कसर निकालने की कोशिश में रातों को देर तक पढ़ते हैं और सुबह भी इस जल्दी उठ जाते हैं और सोचते हैं कि वे अच्छा परफॉर्म कर पाएंगे। लेकिन यह एक रॉन्ग प्रैक्टिस है। डेली रूटीन में अचानक ऐसे बदलाव से नींद पूरी नहीं हो पाती। आप दिन भर टाइअर्ड महसूस करते हैं और दिमाग भी जल्दी थक जाता है और थके हुए दिमाग से फोकस करना और याद करना मुश्किल हो जाता है। इसीलिए 7-8 घंटे की प्रॉपर नींद अवश्य लें, क्योंकि एक भरपूर नींद आपके ब्रेन को दिनभर काम करने के लिए रिफ्रेश और बॉडी को री चार्ज रखती है और ब्रेन में जो भी इन्फॉर्मेशन आप इकट्ठा करते हैं, वह लंबे समय तक मेमोरी में बनी रहती है और चीजों को रीकॉल करने में भी आसानी रहती है। दोस्तों इसके अलावा स्टडी के दौरान हर 40-45 मिनट स्टडी के बाद 5-10 मिनट का एक छोटा ब्रेक लेते रहना चाहिए। इस ब्रेक के दौरान मोबाइल यूज़ करने से बेहतर है आप अपने घर के बाहर या घर की छत पर जाये। थोड़ा टहलें, थोड़ी सी फ्रेशर लें।

जिससे आपका एनर्जी लेवल इन्क्रीज़ होगा और मेमोरी भी इम्प्रूव होगी। तो चलिए इस वीडियो की सभी टिप्स को एक बार फिर से दोहरा देता हूँ और साथ ही आपके लिए कुछ बोनस टिप्स भी नंबर वन एग्ज़ैम के दिनों में एग्ज़ैम के बारे में सोच सोचकर टेंशन लेने की अपनी आदत को तुरंत छोड़ दें, क्योंकि स्ट्रेस और फोकस ब्रेन में एक साथ नहीं रह सकते। दूसरा एग्ज़ैम में जीतने भी दिन बचे हैं। उन्हें सब्जेक्ट्स पर आपकी अपनी पकड़ के हिसाब से डिवाइड कर दें। मुश्किल सब्जेक्ट्स को थोड़ा ज्यादा समय प्लॉट करें। तीसरा ए टी 20 रूल यानी की क्वेश्चन बैंक या फिर प्रीवियस फाइर क्वेश्चन्स पेपर से अपनी प्रैक्टिस करे नम्बर फॉर हर दिन 7-8 घंटे की एक भरपूर नींद अवश्य लें। नंबर फाइव हर 40 से 45 मिनट्स स्टडी के बाद एक स्टडी ब्रेक जरूर लें। अब बारी है कुछ बोनस टिप्स की। दोस्तों एग्ज़ैम के दिनों में अपने मोबाइल से सभी सोशल मीडिया ऐप रिमूव कर दें। मोबाइल केवल और केवल स्टडी के लिए ही यूज़ करें। खुद पर भरोसा रखें, खुद को दूसरों से कंपेर मत करे, खासकर क्लास के होशियार स्टूडेंट से तो बिलकुल भी नहीं। 

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